शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण, स्थगन आदेश की खुली अवहेलना — ग्राम खपरी में रातों-रात जारी निर्माण कार्य

कवर्धा – ग्राम खपरी में आवेदक रामधार सिन्हा की लगानी भूमि के सामने स्थित शासकीय भूमि पर हो रहा अवैध निर्माण प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती बन गया है। उल्लेखनीय है कि उक्त भूमि पर पहले से ही स्थगन आदेश (स्टे ऑर्डर) लागू है, फिर भी निर्माणकर्ता बलि (पिता – शालिक) द्वारा रात्रिकाल में चोरी-छिपे निर्माण कार्य तेज़ी से करवाया जा रहा है।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दिन में निर्माण पूरी तरह रोक दिया जाता है, जबकि रात में मशीनों और मजदूरों की मदद से तेजी से कार्य आगे बढ़ाया जाता है। यह न केवल शासन-प्रशासन के आदेशों की खुली अवहेलना है, बल्कि शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे का स्पष्ट प्रयास भी है।

इस मामले को लेकर आवेदक रामधार सिन्हा ने संबंधित न्यायालय/तहसील में आवेदन प्रस्तुत कर प्रशासनिक हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि अवैध निर्माण पर तत्काल रोक लगाई जा सके।
सिन्हा का आरोप है कि कई बार अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे अवैध निर्माणकर्ता के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। इसके कारण सिन्हा परिवार को लगातार तनाव, विवाद और आवागमन में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
रामधार सिन्हा ने प्रशासन से मांग की है कि संबंधित स्थल का तत्काल निरीक्षण, निर्माण की पूर्ण रोक, अवैध संरचना का हटाव, तथा दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को बढ़ावा न मिले।
उन्होंने कहा कि लगातार अनदेखी के कारण वे गहरी मानसिक पीड़ा और निराशा का सामना कर रहे हैं। उनका आरोप है कि कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से उन्हें बीते छह महीनों से परेशान किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि मामले में शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई, तो वे कानूनी विकल्पों और कठोर कदमों को अपनाने के लिए विवश हो सकते हैं, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।




