बस स्टैंड के सामने बना ‘सरदार वल्लभभाई पटेल कॉम्प्लेक्स’ हुआ अवैध पार्किंग माफिया का गढ

कवर्धा नगर का मुख्य बस स्टैंड, के सामने वल्लभभाई पटेल कॉम्प्लेक्स नगर पालिका की लापरवाही का सजीव उदाहरण बन गया है। जिस कॉम्प्लेक्स को व्यापार को बढ़ावा देने और यात्रियों को सुरक्षित सुविधा देने के लिए करोड़ों खर्च कर बनाया गया था, वहाँ आज अवैध पार्किंग माफिया का राज चलता दिखाई दे रहा है।
कॉम्प्लेक्स के सामने दोपहिया और चारपहिया वाहनों की अनियंत्रित पार्किंग इतनी बढ़ गई है कि सड़कें संकरी पड़ चुकी हैं। रोज़ाना जाम, अफरा-तफरी और दुर्घटना की संभावनाएं इसी जगह जन्म ले रही हैं। इसके बावजूद नगर पालिका मूकदर्शक बनी हुई है और ट्रैफिक पुलिस भी मानो अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ चुकी है।

स्थानीय व्यापारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है।
उनका साफ कहना है —
“अवैध पार्किंग ने पूरी मार्केट का दम घोंट दिया है। न ग्राहक ठीक से आ पा रहे, न दुकानें चल पा रही हैं!”
यात्रियों की भी यही शिकायत है कि बस पकड़ने जाना किसी युद्ध क्षेत्र में घुसने जैसा हो गया है। कॉम्प्लेक्स परिसर और आसपास रहने वाले लोगों का आरोप है कि नगर पालिका अधिकारियों की उदासीनता और ढीली निगरानी ने पूरे क्षेत्र को अव्यवस्था के दलदल में धकेल दिया है।
नाराज़ रहवासियों और व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है और चेतावनी दी की-
“अगर अवैध पार्किंग पर कार्रवाई नहीं हुई, उचित पार्किंग ज़ोन निर्धारित नहीं किए गए और यातायात व्यवस्था को सुधारा नहीं गया… तो हम उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।”
नगर पालिका की चुप्पी ने सवालों को और गहरा कर दिया है —
क्या अवैध पार्किंग माफिया के आगे प्रशासन बेबस है या लापरवाह?
कवर्धा की जनता अब जवाब मांग रही है… और कार्रवाई भी।



