जल जीवन मिशन का कार्य सिर्फ कागजों में धरातल पर हक़ीक़त कुछ और

किसी ने क्या खूब लिखा है जो आज कही ना कही विभाग के कार्यों पर सटीक बैठता है
फाइलों में बह रही विकास की गंगा, जिसकी एक बूँद को हर गांव तलबगार है
बोड़ला – ब्लॉक के आदिवासी क्षेत्र तरे गांव जंगल के लरबक्की ग्राम के अंतर्गत जल जीवन मिशन में चल रहे काम भ्रष्टाचारी की ओर इशारा करता है जहाँ अधिकारी चाहे इंजिनियर हो या एस डी ओ घर बैठे

मूल्यांकन कर ठेकेदार को लाभ दे रहे। कार्य स्थल पर ना तो सूचना पटल है और ना ही कार्य में गुड़वकत्ता है, ठेकेदार के द्वारा एफ एच टी सी का निर्माण खेत में किया गया है जहाँ पर किसी का निवास ही नही है। कुछ एफ एच टी सी तो टूटे पड़े है,निर्माण एफ एच टी सी विभाग के गाइड लाइन के अनुसार नही बना है ऐसे में भी कोई कार्यवाही ना कर अधिकारी अपने ही विभाग को चूना लगा रहे है।

पानी टंकी निर्माण कर छोड़ दिया गया पर आज तक बोर खनन नही हुआ है। विभाग के नियमों की बात की जाये तो कोई भी टंकी निर्माण के बाद अधिकतम 6 माह तक खाली रखा जा सकता है पर इसके ठीक विपरीत सालभर से टंकी खाली पड़ा है ऐसे में जब पानी भरा जायेगा तो दरार होने की पूरी संभावना से इंकार नही किया जा सकता। इसके बावजूद भी विभाग के एस डी ओ और इंजिनियर काम की गुड़वकत्ता को छोड़ ठेकेदार को भुगतान करने के लिए सभी नियमों को ताक में रख कर अपनी जेब भरने में मस्त है।