भोरमदेव अभ्यारण में बाघ- बाधिन की मूमेंट, ग्रामीणों में दहशत, वन विभाग ने लोगों को जंगल की ओर ना जाने की दी सलाह।
कवर्धा: कबीरधाम जिले के भोरमदेव वन्यजीव अभयारण्य में लंबे समय बाद बाघ- बाघिन की चहलकदमी हुई है, जिसकी तस्वीर ट्रेप कैमरे में कैद हुआ है, साथ ही जगह-जगह में बाघ के फूट प्रिंट भी वन विभाग को मिले है, बाघ के दहाड़ और उनकी चहलकदमी से आसपास के गांव में निवासरत लोग दहशत में हैं, बताया जा रहा भोरमदेव अभ्यारण से लगे गांव में कुछ लोगों का दावा है की बाघ के दहाड़ने की आवाज भी उन्होंने सुनी है, वहीं वन विभाग बाग़ के एक एक मूमेंट पर नजर बनाई हुए हैं और सुरक्षा के दृष्टि से जानकारी देने से कतरा रहे हैं , और भोरमदेव अभ्यारण से लगे लगभग 26 गांव में कोटवार के माध्यम से मुनिदी कराकर लोगों को जंगल में जाने से मना कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक भोरमदेव अभ्यारण में पिछले एक महिने से बाघ और बाघिन की चहलकदमी हो रही है, इसके लिए विभाग ने जगह-जगह ट्रेप कैमरा लगाया हुआ है जिससे कई सारी बाघ की तस्वीर कैमरे में कैद हुई है, वहीं फूट प्रिंट भी मिले हैं, लगातार वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी बाघ के मूमेंट पर नजारा बनाएं हुए हैं।
कान्हा नेशनल पार्क से आते है बाघ
दरअसल भोरमदेव अभ्यारण से लगा कान्हा नेशनल पार्क है जहां दर्जनों की संख्या में बाघ मौजूद है, समय समय पर बाघ विचरण करने या बाघिन अपने बच्चों को जन्म देने भोरमदेव अभ्यारण आती है, इस लिए हर साल बाघ की मूमेंट का पता चलता है लेकिन इस बार दो साल बाद बाघ के मूमेंट हु्आ है वहां भी पेयर में।
वन मंडल अधिकारी शशि कुमार ने बताया की भोरमदेव अभ्यारण में बाघ के मूमेंट की सूचना मिली है आस-पास के गांव में मुनिदी करा दिया गया है अभी तक किसी भी प्रकार का कोई शिकार या जनहानि की सूचना नहीं मिली है, भोरमदेव अभ्यारण कान्हा नेशनल पार्क से लगा हुआ है इसलिए बाघ वहां से यहां आते हैं और फिर चले जाते हैं इस कारण यहां बाघों का मूमेंट बना रहता है।