ब्राम्हण ठाकुर विरोधी पप्पू कनोजिया पास हो गया तोप खाने में रंग रलिया मनाते हुए पकड़ा गया

तीन मंजिला बिल्डिंग से पाइप के सहारे उतर कर चड्डी पहने भागा
घर की मुर्गी दाल बराबर दो बच्चों का बाप अय्याश बन गया

रीवा बीती रात,यह घटना समाज, राजनीति और पुलिसिया व्यवस्था तीनों पर करारा सवाल खड़ा करती है
ड्रेनेज से उतरता प्यार और पुलिस की बेबस पहरेदारी”
एक महिला की आबरू, एक पति की बेवफाई और एक थाने की सुस्ती की कहानी
रीवा जिले के बिछिया थाना क्षेत्र अंतर्गत पीएम आवास में बीती रात एक
ऐसा तमाशा हुआ, जिसने प्यार, विश्वास और कानून तीनों की पोल खोल दी।

जो,बीती रात करीब 11 बजे, उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक महिला ने अपने पति को एक गैर महिला के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया।और वो पति कोई आम इंसान नहीं,
सी,एम मोहन यादव की लाडली योजना का लाभार्थी — पप्पू कनौजिया था।
जब हंगामा बढ़ा…
तो पप्पू कनौजिया बना ‘स्पाइडर मैन’

और ड्रेनेज पाइप के सहारे तीसरी मंज़िल से उतरकर भाग गया!
लेकिन जिसे साथ लाया था वो गैर महिला
वो उसकी पत्नी के हत्थे चढ़ गई।मैडम, आप क्या कहना चाहेंगी? आपने खुद पकड़ा अपने पति को महिला (क्रोध में):
“हाँ! यही है वो! ये मेरे पति को फँसाकर लाई थी. और पप्पू? वो नालायक ड्रेनेज में घुस गया, लेकिन अब मैं भी चुप नहीं बैठूँ
घटना की जानकारी तुरंत बिछिया थाना को दी गई,
लेकिन थाना प्रभारी महोदया ने दो घंटे बाद एंट्री मारी,
जैसे किसी बॉलीवुड फिल्म की हीरोइन हों —
एंट्री लेट, एक्शन स्लो, नतीजा ज़ीरो!“
“ये तो रोज़ का हो गया है… ना पुलिस वक्त पर आती है, ना कार्रवाई होती है।”लाडली बहनों के लिए योजना है, लेकिन अगर बहन बेवफाई की शिकार हो जाए, तो कौन योजना बचाएगी?”
पप्पू कनौजिया अभी भी फरार है।
उस पर कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
थाना सिर्फ ‘जाँच जारी है’ की स्क्रिप्ट पढ़ रहा है।
क्या “ड्रेनेज का ड्रामा” हमारी पुलिस की चुस्ती से बड़ा है?
क्या पप्पू जैसे लोग योजनाओं का फायदा लेकर बहनों का अपमान करेंगे?और सबसे बड़ा सवाल
उठता है,जब पति भाग गया, पुलिस गायब रही, तो पीड़ित बहन जाए तो जाए कहाँअंधेर गर्दी चौपट राजा चौपट टका सेर भाजी टका सेर खाजा पप्पू पास हो गया
