सेवा, संवेदना और संस्कार का संगम: भावना बोहरा ने कबीर आश्रम दामाखेड़ा को समर्पित की आपातकालीन एम्बुलेंस

आज पंथ श्री १०८ हुजूर उग्रनाम साहेब स्मृति संत समागम मेला, लोलेसरा में संत शिरोमणि कबीर साहेब जी की तपोभूमि, कबीर आश्रम दामाखेड़ा के नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी से पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने सौजन्य भेंट कर आश्रम द्वारा

संचालित पंथ श्री गृन्धमुनि नाम साहेब मेमोरियल हॉस्पिटल, दामाखेड़ा में आपातकालीन समय में जरूरतमंद लोगों की सहयता और सेवा के लिए एक एम्बुलेंस समर्पित किया। इस अवसर पर नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी के करकमलों से हरी झंडी दिखाकर जनसेवा हेतु समर्पित एम्बुलेंस सेवा का शुभारंभ किया गया और भावना बोहरा ने उनसे विभिन्न सामाजिक विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर दामाखेड़ा आश्रम के नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी ने विधायक भावना बोहरा के इस सेवा भाव एवं प्रकल्प की सराहना की। उन्होंने कहा कि पंडरिया विधायक भावना बोहरा द्वारा जरूरतमंद लोगों की सेवा हेतु समर्पित यह एम्बुलेंस केवल एक वाहन नहीं, बल्कि मानव सेवा, करुणा और उनकी संवेदनशीलता का सजीव प्रतीक है। अपने नाम के अनुरूप हर व्यक्ति, वर्ग और समाज के लिए उनकी सेवा भावना एक सच्चे जनप्रतिनिधि की पहचान है। दामाखेड़ा आश्रम के प्रमुख परम पूज्य पंथ श्री हुजुर प्रकाशमुनी नाम साहेब जी ने भी भावना बोहरा द्वारा जनसेवा हेतु इस एम्बुलेंस के लिए उनकी सराहना की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री श्री दयाल दास बघेल जी भी साथ में उपस्थित रहे।

इस अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि सद्भाव,भक्ति और सामाजिक जागरण के प्रतीक परम पूज्य कबीर साहेब जी ने अपने वचनों में मानवता, समानता और सेवा को सर्वोच्च स्थान दिया है। उनके उन्हीं मूल्यों से प्रेरित होकर हमने यह एम्बुलेंस जनता की सेवा हेतु समर्पित किया है जो आश्रम परिसर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। आवश्यकता के समय यह एम्बुलेंस जीवनरक्षक सिद्ध होगी

और जरूरतमंदों के लिए आशा की किरण बनेगी। क्षेत्र की जनसमस्याओं के समाधान, स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और आमजन के जीवन स्तर को बेहतर बनाने हेतु हम प्रतिबद्ध हैं। आज संत समागम मेला के अवसर पर उपस्थित होकर मुझे अत्यंत आत्मिक शांति और गौरव की अनुभूति हो रही है। संत कबीर दास जी ने अपने जीवन और वाणी से हमें मानवता, करुणा और सेवा का जो मार्ग दिखाया, वही मार्ग आज भी समाज को दिशा देने का कार्य कर रहा है। उसी प्रकार परम पूज्य पंथ श्री हुजुर प्रकाशमुनी नाम साहेब जी एवं नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी द्वारा भी इस आश्रम के माध्यम से जन-जन तक एकता,सद्भाव और अपनी संस्कृति से जुड़ने के लिए आमजनों को प्रेरित करने का लोकहितकारी प्रयास कर रहें हैं। नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी द्वारा भी कबीर साहेब जी के वचनों को युवाओं तक पहुंचाने और उन्हें अपनी संस्कृति,सभ्यता और सामाजिक एकता के लिए प्रेरित कर रहें हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हम सभी भली-भांति जानते हैं कि आपातकालीन परिस्थितियों में समय पर चिकित्सा सुविधा मिलना कितना आवश्यक होता है। दामाखेड़ा आश्रम द्वारा संचालित पंथ श्री गृन्धमुनि नाम साहेब मेमोरियल हॉस्पिटल भी जनसेवा के लिए निरंतर कार्य कर रही है। जरुरतमंदों की सहयता के लिए यह अस्पताल महत्वपूर्ण सेवा एवं स्वास्थ्य सुविधाएँ लोगों तक पहुंचा रही है जिससे उन्हें मानसिक व आर्थिक सहयोग मिल रहा है और इन प्रयासों के लिए जितनी सराहना की जाए वह कम है। परम पूज्य पंथ श्री हुजुर प्रकाशमुनी नाम साहेब जी का आशीर्वाद और मार्गदर्शन मुझे हमेशा मिलता रह अहै जिसने मुझे भी एक नई दिशा एवं अपने कर्तव्यों के प्रति हमेशा प्रेरित और मार्ग प्रशस्त किया है। ऐसे में समाज सेवा के लिए उनके प्रयास में हमने भी अपनी एक छोटी सी भागीदारी निभाने का अवसर मिला है। इस एम्बुलेंस के माध्यम से आश्रम परिसर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंदों को त्वरित स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध हो सकेगी। मेरा विश्वास है कि यह सेवा अनेक जीवनों की रक्षा करेगी और आपातकालीन परिस्थिति में जरूरतमंद लोगों के लिए संबल बनेगी।
भावना बोहरा ने कहा कि मेरे लिए जनप्रतिनिधि होने का अर्थ केवल दायित्व नहीं, बल्कि सेवा का अवसर है। जनता का विश्वास और आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराना हमारा निरंतर प्रयास रहा है और आगे भी रहेगा। पूज्य कबीर साहेब जी के संदेश हम सभी को संवेदनशील और सेवा-परायण बनने की प्रेरणा देता है। छत्तीसगढ़ की पावन धरती पर स्थित दामाखेड़ा कबीर आश्रम संत कबीरदास जी की शिक्षाओं, उनके वचनों और कबीर पंथ की समृद्ध संस्कृति का जीवंत केंद्र है। यह आश्रम सदियों से सत्य, प्रेम, समानता और मानवता के संदेश का प्रचार-प्रसार करता आ रहा है। कबीर साहेब के अमर वचनों को जन-जन तक पहुंचाकर परम पूज्य पंथ श्री हुजुर प्रकाशमुनी नाम साहेब जी एवं नवोदित वंशाचार्य पंथ श्री उदितमुनि नाम साहेब जी द्वारा भी आश्रम के माध्यम से समाज को भेदभाव से ऊपर उठकर मानव सेवा और समरसता की राह दिखाते हैं। दामाखेड़ा आश्रम न केवल आध्यात्मिक साधना का केंद्र है, बल्कि समाज को नैतिक मूल्यों से जोड़ने, सेवा भाव जागृत करने और कबीर पंथ की परंपराओं को जन-जन तक पहुँचाने का भी महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। ऐसी पवित्र भूमि पर सेवा, संस्कार और सद्भावना की परंपरा निरंतर आगे बढ़ रही है, जो आने वाली पीढ़ियों को भी कबीर साहेब जी के विचारों से प्रेरित करती रहेगी। मैं आश्रम प्रबंधन, संत समाज और आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ, जिन्होंने सदैव मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया।



