छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग (सीबीएसई) में प्राचार्य पदोन्नति को लेकर संशय,इंजी. योगेश्वर चन्द्राकर के नेतृत्व में खुज्जी विधायक से मुलाकात

रायपुर। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग (सीबीएसई) के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों एवं पदाधिकारियों ने प्राचार्य पदोन्नति में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर अपनी आवाज बुलंद की है। विधानसभा पंडरिया के युवा कांग्रेस नेता इंजी. योगेश्वर चन्द्राकर के नेतृत्व में सीबीएसई संघ के प्रतिनिधिमंडल ने रायपुर स्थित रेस्ट हाउस में खुज्जी विधायक भोलाराम साहू से मुलाकात कर शिक्षकों की गंभीर समस्याओं से अवगत कराया।प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सीबीएसई के लगभग 848 हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में हाल ही में प्राचार्य पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी की गई, लेकिन यह प्रक्रिया नियमावली के अनुरूप नहीं है। सीबीएसई शिक्षकों का आरोप है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नियमों को दरकिनार कर विभागीय स्कूलों के शिक्षकों को प्राथमिकता देते हुए पदोन्नति दी गई है, जिससे सीबीएसई शिक्षकों के साथ अन्याय हुआ है।
सीबीएसई नियमों के अनुसार प्राचार्य पद पर पदोन्नति के लिए शिक्षक का व्याख्याता पद पर कार्यरत होना, न्यूनतम 10 वर्षों का शैक्षणिक अनुभव तथा बी.एड. की अनिवार्य योग्यता आवश्यक है। इसके बावजूद पात्र सीबीएसई शिक्षकों को पदोन्नति से वंचित किया जाना गंभीर विषय है।
इंजी. योगेश्वर चन्द्राकर एवं सीबीएसई संघ के सदस्यों ने विधायक भोलाराम साहू के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर नियमसम्मत निर्णय लिया जाए, ताकि पात्र सीबीएसई शिक्षकों को उनका अधिकार मिल सके।
इस अवसर पर सीबीएसई शिक्षक राजेंद्र झा, भरत लाल सहित अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।




