कवर्धा पधारे गजराज, ग्रामीण परिवार के साथ कर रहें रतजगा, वन विभाग हाई अलर्ट में।
कवर्धा: कवर्धा में पुरे एक साल बाद चार हाथियों का दल कबीरधाम जिले के वनांचल ग्राम चेंद्रा दादर, तिंगड्डा गांव पहुंचा है, जिन इलाकों में हाथियों का दल मौजूद हैं, वहां बैगा आदिवासी बाहुल्य इलाकों है, हाथियों के धमक से इलाके के ग्रामीण दहशत में हैं और रात भर जाग कर पहरा दे रहे हैं, ताकि हाथियों का दल हमला करें तो कोई जनहानि ना हो, साथ ही वन विभाग हाथियों पर नजर बनाई हुई है और एक एक मुमेंट की सूचना अपने उच अधिकारियों को दे रही है।
फसलों को किया बर्बाद
साथियों के झुंड में एक नर हाथि दो मादा और एक सावक है, जोकि पिछले एक महिने से कबीरधाम जिला से लगे मध्यप्रदेश के करंजिया वन परिक्षेत्र में डेरा जमाएं हुए थें मध्यप्रदेश वन विभाग द्वारा खदेड़ने के बाद अब हाथियों का दल छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में दाखिल हो गया है, हाथियों का दल कबीरधाम जिले के चेंद्रा दादर , तिगड्डा गांव में फिलहाल मौजूद हैं। हाथियों का दल जिस रास्ते से छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में दाखिल हुआ उस रास्ते में पड़ने वाले खेत में लगे फसल कोदो, कुटकी, ज्वार, को रौंद कर चौपट कर दिया है, और भोजन की तलाश में कबीरधाम जिले के अंदर की ओर दाखिल हो रहा है। हाथियों का दल भूट्टा, गन्ना की सफल तक पहुंचा गया तो उनको खदेड़ना मुश्किल हो जाएगा कियूकि गन्ना हाथियों का पसंदीदा भोजन है और जिले में गन्ना उत्पादन अधिक मात्रा में की जाती है जिसके कारण चारों तरफ गन्ना की खेती है।
एक साल बाद पहुंचे हाथियों
हाथियों का दल कबीरधाम में समय-समय पर आता रहते है और लगभग महिना भर रुकने के बाद वापस अचानक मार्ग टाइगर रिजर्व या कान्हा नेशनल पार्क चला जाता है, पिछली बार हाथी नवंबर 2023 में पहुंचे थे और लगभग दो महिने तक जिले में उत्पाद मचाया था जिसमें फसलों को बर्बाद करने व मकान तोड़ने जैसे घटना भी हुई थी।
अधिकारी
वन मंडल अधिकारी शशि कुमार ने बताया की हाथियों का दल कबीरधाम जिले के मध्यप्रदेश की सीमा से लगे गांव में दाखिल हो गया है, वन विभाग की टीम हाथियों पर निगरानी कर रही है, और आसपास के गांव में मुनियदी करा कर गांव वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है।