Uncategorized

अमेरिका में कहर बरपा रहा है कोरोना का नया वेरिएंट, सामने आ रहे 95 प्रतिशत ओमिक्रॉन के मामले

दुनियाभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के भी मामलों की पुष्टि हो रही है। अमेरिका में कोरोना के इस नए स्वरूप ने तबाही मचा रखी है। अमेरिका ने सामने आने वाले कोरोना के नए मामलों में 95 प्रतिशत ओमिक्रॉन के ही होते हैं। यूएस के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कोरोना के नए मामले करीब 15 लाख नए मामले सामने आए हैं। कुछ ही दिनों में अमेरिका में कोरोना के मामले डबल हो गए हैं।

सेंटर्स फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन कोरोना के नए वेरिएंट की जांच कर रही हैं। एजेंसी इस पर लगातार निगाह रख रही है कि कितने लोगों को कोरोना का कौन-सा वेरिएंट हो रहा है। ताजा आंकड़ों पर नज़र डालें तो करीब एक महीने में ही अमेरिका में कोरोना के मामले डबल हो गए हैं, इसमें सबसे ज्यादा नए स्वरूप के मामले सामने आ रहे हैं। जून के आखिरी में अमेरिका में संक्रमण फैलने का मुख्य कारण डेल्टा वर्जन था। CDC का कहना है कि यहां तक कि नवंबर के आखिरी तक सामने आने वाले ज्यादातर मामले डेल्टा वेरिएंट के ही थे। यानी अमेरिका में आने वाले करी 99.5 प्रतिशत मामले डेल्टा वर्जन के ही थे।

CSC का ये अनुमान, हर हफ्ते यूनिवर्सिटी, राज्य और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से इकट्ठा किए जाने वाले नमूनों पर ही आधारित है। वैज्ञानिक इन्हीं नमूनों के आधार पर कोरोना के वेरिएंट के बारे में पता लगाते हैं। जबकि वहां मौजूद संक्रमण के कुछ ही नमूनों से ये पता लगाया जाता है कि कोरोना की रफ्तार कैसी है। पिछले हफ्ते 20 लाख से ज्यादा नए मामलों की पुष्टि हुई थी। CDC अभी नए आंकड़ों को इकट्ठा करने का प्रयास कर रही है।

बता दें, अमेरिका में कोविड-19 मामलों में विस्फोट के बाद देश भर के कुछ स्कूलों ने छुट्टियों की अवधि को सोमवार को बढ़ा दिया या फिर से शिक्षण के ऑनलाइन माध्यम पर लौट आए हैं जबकि अन्य ने इस बढ़ती भावना के साथ भौतिक रूप से शिक्षण को जारी रखा कि अमेरिकियों को वायरस के साथ सह-अस्तित्व में रहना सीखना होगा। संक्रमण से डरने वाले शिक्षकों और अपने बच्चों को कक्षा में भेजने की इच्छा रखने वाले अभिभावकों के आवेदनों के बीच उलझे न्यूयॉर्क, मिल्वॉकी, शिकागो, डेट्रायट और उससे आगे के शहरों के स्कूल अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन के कारण अकादमिक वर्ष के बीच खुद को एक कठिन स्थिति में पा रहे हैं। 

मुकेश अवस्थी

प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

क्षमा करें ! कॉपी नहीं की जा सकी !