उदयपुर फाइल्स का स्पेशल शो, रीवा व्यापारी महासंघ ने भाजपा के पदाधिकारियों के साथ देखी फिल्म

रीवा – शहर के समदरिया मल्टीप्लेक्स सिरमौर चौराहा में बहु प्रतीक्षित और सत्य घटना पर आधारित उदयपुर फाइल्स फिल्म
जो की उदयपुर राजस्थान के रहने वाले कन्हैयालाल साहू के जीवन पर आधारित है कुछ जेहादी मानसिकता और उन्मादी किस्म के लोगों ने उनकी हत्या कर दी थी। मात्र गलतफहमी और फेसबुक में पोस्ट शेयर करने के कारण अभी हाल ही के दिनों में देखा जा रहा है कि जब से अयोध्या में श्री राम मंदिर का निर्माण हुआ है ,काशी में विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण हुआ है, मथुरा और अन्य तीर्थ स्थलों जिनको की मुगलों और जेहादियों द्वारा तोड़कर उन पर मस्जिद बना दी गई थी देश में उन्हें वापस मंदिर बनाने की आवाज बुलंद हो चुकी है हिंदू समाज जागृत हो चुका है कई सारे मामले भारत देश के न्यायालय में चल रहे हैं पक्ष विपक्ष को सुना जा रहा है भारत देश की जनता सनातन धर्म को मानने वाले लोग चाहते हैं की जैसा देश में इन आक्रमणकारियों के पहले जो मूल रूप था हमारे मंदिरों हमारे पवित्र स्थान हमारे धार्मिक भावनाओं के स्वरूपों का वैसा ही रूप हमें वापस मिले हमारी आस्था के साथ न्याय हो
लेकिन देश के दुश्मन पड़ोसी देश के द्वारा यहां पर हर प्रदेश में एक धार्मिक उन्माद फैलाने का भरसक प्रयास किया जाता रहा है
कई सारे प्रदेशों और शहरों की भौगोलिक स्थिति बदल चुकी है देश में लव जेहाद,लैंड जेहाद, वक्फ बोर्ड कई सारे ज्वलंत समस्याएं देश में व्याप्त है
इसलिए सरकारों के भरोसे ना रहकर देश जनता को भी जागृत होना पड़ेगा

हम कोई भी नौकरी, व्यापार या रोजगार करते हैं लेकिन हमें कुछ समय अपने समाज, देश के मुद्दों के लिए देना पड़ेगा तभी हमारी आने वाली पीढ़ी हमारी संस्कृति हमारा देश बचा रहेगा
अभी कुछ समय पहले ही हम लोगों ने कश्मीर फाइल फिल्म देखी जिसमें कश्मीरी पंडितो के पलायन मुद्दा दिखाया गया कैसे उनका पलायन हुआ उन्हें अपना घर,जमीन सब छोड़ना पड़ा
आज भी वे दर दर कि ठोकर खा रहे हैं,
केरला स्टोरी हम लोगों ने देखी कैसे देश में धर्मांतरण चल रहा है धर्मांतरण के पश्चात देश से बाहर हमारी बच्चियों को भेजा जाता है क्या स्थिति होती उनकी
उदयपुर फाइल मात्र एक फिल्म न होकर एक जीवंत समस्या है एक मानसिक बीमारी है जोकि दिनों दिन बढ़ती जा रही है
आज भी कन्हैया लाल के हत्यारों को तीन साल बाद भी सजा नहीं मिली मामला न्यायालय में है यह फिल्म सिनेमा घरों में न दिखाई जाए
इसके लिए जमीयत ए उलेमा जैसे कई मुस्लिम संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट में वकीलों की फौज खड़ी कर रखी है
ये सिर्फ सरकारों का दायित्व नहीं है हमारा भी है
उदयपुर फाइल के निर्माताओ ने फिल्म की आय का एक हिस्सा कन्हैया लाल साहू के परिवार को देने का फैसला किया है
रीवा व्यापारी महासंघ सभी भाइयों से अपील करता है कि आप एक बार इस फिल्म को जरूर देखने जाए
व आने वाले देश के संभावित खतरो के प्रति सजग रहे
मुख्य रूप से संजीव गुप्ता , प्रदीप गौतम सुमन प्रकाश सोनी चिंटू, नरेंद्र शर्मा, संजय मिश्रा लाली, सूर्यप्रताप गुलाब साहनी, प्रमोद मिश्रा गुड्डू,संतोष शुक्ला, श्रीकृष्ण गुप्ता, डा सरोज सोनी, वीरेंद्र चुंगवानी,विवेक मिश्रा गोल्डी, ऋषि पांडे, आशीष गुप्ता हरभगवान सिंह, वेद प्रकाश गुप्ता, ज्ञान गुप्ता, जेपी गुप्ता, लक्ष्मण शिवनानी, दीपक वाधवानी,दीपक दुर्गिया,विकास टोपलानी, जितेंद्र शाह, अनवर खान,मोहित गुप्ता, हेमंत चुंगवानी, विकल्प गुप्ता , आशीष सोनी, श्रीराम सोनी, विवेक मिश्रा बाबू , प्रत्यूष भारती, प्रकाश गुप्ता, अशोक झामनानी, सहित कई प्रतिष्ठित व्यवसाई व भाजपा पदाधिकारी, समाजसेवी उपलब्ध थे




