
बोड़ला – वनांचल के मैकल श्रेणी में स्थित शासकीय हाई स्कूल बैरख के शाला प्रांगण में वंदे मातरम दिवस मनाया गया। सर्व प्रथम वंदे मातरम गीत शिक्षक एवं विद्यार्थी गण द्वारा गाया गया। तत्पश्चात संस्था प्राचार्य सोहन कुमार यादव ने बताया कि भारतीय संविधान सभा ने 24 जनवरी सन 1950 को “वंदे मातरम” को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया था। यह गीत बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा था। यह गीत संस्कृत एवं बांग्ला का मिश्रण है। यह गीत सबसे पहले साल 1876 में में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास “आनन्द मठ”में प्रकाशित हुआ था। श्री रविन्द्रनाथ टैगोर ने सबसे पहले साल 1896 में “वंदे मातरम” गीत गाया था। व्याख्याता प्रेमलता ठाकुर ने बताया कि हमारे देश की आजादी की लड़ाई के समय वंदे मातरम गीत की अहम भूमिका थी। उस समय लोगों को एकता के सूत्र में बांधने के लिए वंदे मातरम गीत ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम में प्राचार्य सोहन कुमार यादव व्याख्याता प्रेमलता ठाकुर एवं विद्यार्थी गण उपस्थित थे।