कवर्धामध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़

आंगनबाड़ी से ग्रामीणों को हो रहा दोहरा लाभ, बच्चों एवं महिलाओं को पोषण आहार टीकाकरण सहित मिल रही अन्य सुविधाएं

कवर्धा, कबीरधाम जिले के विकासखण्ड कवर्धा के ग्राम पंचायत कान्हाभैरा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से निर्मित आंगनबाड़ी भवन बच्चों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है। शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने ऐसे प्रयास किए गए की छोटे-छोटे बच्चे खेलते-कुदते जीवन की पहली पाठशाला में कुछ अच्छा सीख जाए। आंगनबाड़ी भवन निर्माण हो जाने से अब बच्चे नियमित रूप से आंगनबाड़ी केंद्र में आ रहे है जहाँ उन्हें समय पर पौष्टीक भोजन मिल रहा है और साथ में मिल रहा है क ख ग, ए बी सी डी जैसी प्राम्भिक शिक्षा। ग्रामीण अंचलो में बच्चो को स्कूल तक लाना एक जटिल काम है। इसी जटिलता को दूर करने के लिए बच्चों के मन पसंद खेल-खिलौने, पौष्टिक भोजन और प्राथमिक शिक्षा के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से 2 लाख रुपए की लागत से कार्य कराया गया, जिसमे अभिसरण अंतर्गत महात्मा गांधी नरेगा योजना से मजदूरी के लिए 1.21 लाख रुपए सामाग्री के लिए 0.79 लाख रुपए कुल 2.00 लाख रूपए और सामान्य प्रशासन मद से 6 लाख रूपए सहित कुल 8 लाख रुपए स्वीकृत किया गया। आंगनबाड़ी भवन के निर्माण में 613 मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ और 149 ग्रामीण मजदूरां को 1.21 लाख रुपए का मजदूरी उनके बैंक खाते में प्राप्त हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का महत्व बच्चे अपने जीवन में सबसे पहले आंगनबाड़ी केन्द्र में महसूस करते है यदि शिक्षा खेल कूद के साथ मिले तो फिर क्या कहना। समय की जरूरत को देखते हुए हमारे नव निहालां के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए महात्मा गांधी नरेगा योजना से बनाए गए आंगनबाड़ी केन्द्र ने एक नई मिसाल पेश की है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के बेहतर विकास के लिए आंगनबाड़ी केंद्र महत्वपूर्ण स्थान है। यहां पर बच्चों को शासन द्वारा निर्धारित सभी प्रकार के टिके मिशन इंद्रधनुष के माध्यम से निःशुल्क लगाए जाते हैं और छोटे बच्चों को कुपोषण से बचाते हुए स्वस्थ जीवन की ओर लाया जाता है। इसके साथ ही ग्रामीण महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान सभी जरूरी टीकाकरण एवं अन्य सहायता के साथ पोषण आहार उपलब्ध कराया जाता है। इन्हीं महत्वपूर्ण सेवाओं को देखते हुए जिले के सभी क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार महात्मा गांधी नरेगा योजना के साथ अन्य विभागीय योजनाओं का अभिसरण कर आंगनबाड़ी भवन का निर्माण ग्राम पंचायतां के माध्यम से कराया जा रहा है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि आंगनबाड़ी भवन निर्माण से ग्रामीणों को अनेकों फायदे होते हैं। एक ओर जहां गांव में केंद्र बन जाने से छोटे बच्चों और महिलाओं को अनेक प्रकार के पोषण और टीकाकरण सहित अन्य सुविधाएं मिलती है। तो वहीं दूसरी ओर आंगनबाड़ी भवन निर्माण से ग्रामीणों के लिए रोजगार का अवसर सृजन होता है। आंगनबाड़ी भवन में बच्चों को खेलने के लिए खिलौने स्वच्छ पेयजल स्वच्छ शौचालय सहित अनेक प्रकार की सुविधाओं के साथ जीवन में आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया जाता है।
ग्राम पंचायत कान्हाभैरा के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 1 की कार्यकर्ता श्रीमती नंदनी चंद्रवंशी बताती है कि इस केंद्र के माध्यम से आसपास के लगभग डेढ़ सौ से अधिक घरों को सीधे लाभ हो रहा है। अभी 16 बच्चे केंद्र में आते हैं जिसमें 3 से 6 वर्ष एवं 6 से 12 वर्ष के बच्चे शामिल है। सुबह 9ः30 से दोपहर 2ः30 तक केंद्र में बच्चों को पौष्टिक भोजन के साथ प्रारंभिक शिक्षा एवं खेलकूद के द्वारा बेहतर जीवन जीने के गुण सिखाए जाते हैं। बच्चों को पोषक तत्व में रेडी टू ईट पोहा सहित अन्य आहार उपलब्ध कराया जाता है तथा विभिन्न प्रकार के टीकाकरण भी किया जाता है।

मुकेश अवस्थी

प्रधान संपादक

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