कवर्धाक्राइममध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़

शिव प्रसाद साहू के शव का होगा दोबारा पोस्टमार्टम, जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश पर 85 दिन बाद दोनों राज्यों की पुलिस की मौजूदगी में खोदा जा रहा कब्र।

कवर्धा: जबलपुर हाईकोर्ट के आदेश पर गुरुवार सुबह मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ पुलिस और प्रशासन की टीम लोहारिडीह गांव पहुंची और शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरु के क्रब को उनके परिजनों के मौजूदगी में खोदा जा रहा है, ताकि शिव प्रसाद साहू का दोबारा पोस्टमार्टम हो सके।
दरअसल मृतक शिवप्रसाद साहू की बेटी ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी की उसके पिता की हत्या हुई है, उनके पिता की लाश को कब्र से निकाल दोबारा पोस्टमार्टम कर मामले की जांच कर दोषियों को सजा मिले, जिसपर जबलपुर हाईकोर्ट ने आदेश दिया की शिवप्रसाद साहू की लाश क्रब से निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए। कोर्ट के निर्देश का पालन करने छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की पुलिस टीम आज सुबह लोहारिडीह पहुंची और परिजनों के सामने क्रब खोदा जा रहा है, जिसके बाद शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ‌।

क्या है मामला।

दरअसल शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरु निवासी लोहारिडीह 14 सितंबर को निजी कार्य से बालाघाट मध्यप्रदेश गया था लेकिन वापस नहीं लौटा, 15 सितंबर की सुबह बालाघाट थाना क्षेत्र के जंगल में उसकी लाश पेड़ पर फांसी में झुलते मिली, मृतक के शरीर पर चोट के निशान थे, पुलिस ने शव देखकर प्रथम द्रिष्टिया आत्महत्या बताया जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शिवप्रसाद के हत्या के आरोप में गांव के उपसरपंच रघुनाथ साहू के मकान में आग लगाकर जलाकर मारा दिया काफी बवाल राजनीतिक हुई 161 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुआ 69 लोग जेल गए। इस दौरान विपक्ष और मृतक की बेटी ने छत्तीसगढ़ सरकार से शिव प्रसाद का दोबारा पोस्टमार्टम करने की मांग की, लेकिन सुनवाई नहीं हुआ तब मृतक की बेटी ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई, कोर्ट में केस की सुनवाई चल रही थी इसी दौरान बालाघाट पुलिस ने बड़ा खुलासा किया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शिवप्रसाद साहू की मौत को हत्या बताकर मृतक उपसरपंच के बड़ा बेटा, भांजा समेत 04 लोगों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में मृतक शिव प्रसाद की बेटी की दायर याचिका में हाईकोर्ट ने आदेश दिया की शिवप्रसाद साहू के शव को कब्र से निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए, जिसके आदेश का पालन करते हुए पुलिस गुरुवार शव खोलने लोहारिडीह पहुंची है।

मुकेश अवस्थी

प्रधान संपादक

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